उम्मीद मे तेरे जागी हुं।
आज फिर जुगनूओ के पिछे भागी हुं।।
हो सके तो सच बता देना।
गहरी नींद से मुझे जगा देना।।-
चलो फिर से वही पुराना खेल खेले।
मुस्कुराते हुए एक बार फिर से एक दुसरे का दिल तोड़े।।-
Kyse batau ki tum mere kon ho??
Tum sagar ho or mai tum me he chupi ek moti.
Tum dund nai pate pr mai tum me he hoti.-
हाल तो तेरा तेरी आँखे ही बयान करती है।
जब भी देखता है तु मुझे तेरी आँखो मे क्या गजब चमक उठती है ।।-
हर दर्द मे हर गम मे है पूजा तुझे,
मन्दिर मे मस्जिद मे और हर कण मे है ढूंढा तुझे।
लाख कोशिश के बाद भी ना मिला तु मुझे,
तु है भी क्या इस जहान मे अब तो है सक मुझे।।-
ये अच्छा नही हुआ।
तुम्हे मेरा विश्वास नही हुआ।।
ऐसा भी मुझ से क्या हुआ।
कर लि जो कुछ भी मुझ से हुआ ।
इतने के बाद भी वह मेरा न हुआ।।
ये अच्छा नही हुआ।
तुम्हे मेरा विश्वास नही हुआ।।-
बात है बहुत सीधी और सरल,
नही बची मुझ मे थोड़ी भी अक्ल,
तुम्हे मनाते मनाते पि गई हो गरल,
अब कभी नही मिलुगी तुम्हारे मैं ना आज ना कल।।-
आपना दर्द दिखा कर दोस्ती नही,
हमदर्दी की जाती है,
पीडिता हुं तो माफ कर दोगे,
ऐसे तो केवल तरस,
खाई जाती है,
बंदूक की नोक पर रख कर रिश्ते नही निभाई जाती है ।।-
उनसे ना जाने क्या नाता है जोड रहा,
खामोश है धडकन दिल है कुछ कह रहा ।।-
कोई तो एक होता,
जो मेरी खामोशीओ को भी सुन लेता।
बिन कुछ कहे सारा संसार मेरे कदमो मे रख देता।।
अपनी अदना सी बातो से मेरे चहरे पर मुस्कान भर देता।।
कोई तो एक होता।।
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