भारी बात –
बीते हुए वो जीवन की घड़ियाँ,
अब भी दस्तक देती हैं ख़ामोश रातों में।
कभी हँसी की गूंज, कभी रोने की आवाज़,
जैसे हर लम्हा कह रहा हो –
“ये सब मेरे लिए अब एक भारी बात है।”
कभी माँ की गोद का सुकून,
कभी नानी के घर की मीठी कहानियाँ,
कभी पापा की ख़ामोशी,
तो कभी भाई-बहन की लड़ाई में छिपा प्यार…
ये सब लम्हे, दिल की गहराइयों में
किसी भूले हुए गीत की तरह जिंदा हैं।
और जब ये सब यादें,
धीरे-धीरे दिल में चलने लगती हैं,
तब एहसास होता है—
हर याद, हर कहानी, एक भारी बात है।
#bhaari_baat
#ankitgurjar009
bahut jald aap sabke liye behtreen album-
25 JUL AT 21:34