उस नींद में तो मनजोत सबको सोना है....
जब खुदा ही नहीं तो फिर किस बात का रोना है !
बददुआ ही है कि हम अभी भी जिंदा है...
दुआ से मौत मिल जाए तो फिर किस को खोना है!
© Manjot kaur Akku ✍️
#basjeenasirfkhudhkeliye-
31 MAY AT 12:29
19 MAR 2024 AT 9:15
दौर गुनाहों का है और सब अपने ही छुपाने में लगे हुए हैं,
हम किस से बेहतर है, बस एक यहीं बताने में लगे हुए हैं!
रंजिशें और शतरंज का अजब मिलन हो रहा है, वक्त में,
औरों को गुनहगार ठहरा के खुद को रिझाने में लगे हुए हैं!
अभिमान में ही कत्ल किया है यहां हर मासूम सी रूह का,
खुद कत्ल करके और उनको कातिल बनाने में लगे हुए हैं!
मैं की खुदगर्जी और बेशर्मी में वक्त गुजार रहा है ज़माना,
अब लोग खुदा के दर को मनजोत तमाशा बनाने लगे हुए हैं।
© Manjot Kaur Akku ✍️
#basjeenasirfkhudhkeliye-
1 MAR 2024 AT 13:23
धुंधली सी आकृतियां और
धुंधले से झरोखे नज़र आ रहे हैं मनजोत!
किसी का कोई अपना नहीं
फिर भी अपना कहते नज़र आ रहे हैं लोग !
#basjeenasirfkhudhkeliye-