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नेकनीयतें चलती रहती हैं इंसान की,
जिंदगी के बाद भी
यूँ ही कोई धरती पर खुदा नही होता..-
मोम की रौशनी में चमकती हैं अक्सर जिंदगी की परछाइयाँ
बहता हुआ मोम बताता है हर किसी की किस्मत में ठहराव नही होता।-
शहीद हुए लोगों की फ़ेहरिस्त में मुझे भी रखना
औरत हूँ तो क्या हुआ,वतनपरस्ती मेरे ख़ून में भी है...-
पलकों पर सजाती हैं ख़्वाब जिंदगी के
औरतें आसमां की कहानी जैसी होती हैं।-
हर युग में आओ तुम माँ
धरती का अंधकार मिटाने
पाप का तम हरने
धरती पर प्रकाश फैलाने
दुष्टों का संहार करने
किसी भी रूप में आओ माँ
किसी भी धर्म में आओ माँ
पर आओ माँ
हैं बहुत महिषासुर यहाँ माँ
आओ दुर्गा बन माँ
अनगिनत ही शुम्भ निशुम्भ हैं यहाँ माँ
आओ बन महाकाली माँ
है इंतेज़ार तेरा बस माँ
धरती से दुष्टों का बोझ हटाने आओ माँ!-
जब सिमट जाएगा हर रिश्ता
दुनियादारी की दहलीज पर
हम तब भी हर रिश्ते से
वफ़ादारी निभाएंगे
संसार भर की दौलतें लाएंगी जब
रिश्तों में दरार कोई
हम तब भी हर रिश्ते में समझदारी निभाएंगे!-
दर्दे-दिल था,आँसूओं से भरा अंजुमन था
जो बिखर के ना सिमटा ऐसा वो जूनून था!-