gunjan saha   (Gunjan Sahaa)
5.5k Followers · 32.1k Following

read more
Joined 28 March 2018


read more
Joined 28 March 2018
8 DEC 2024 AT 0:15

Paid Content

-


8 DEC 2024 AT 0:02

Paid Content

-


7 DEC 2024 AT 23:40

आशिक़ी में तेरी मोहब्बत बेच के आया हूं,
कर न सका इनकार, उसके इकरार का।
फलक से दूर आज अपनी वफ़ाई बेच के आया हूं,
महफ़िल सजी थी उसकी विदाई की...

मोहब्बत के नाम आज दिल से हर अरमान चुरा लिया,
उसकी मुस्कान के लिए खुद को मिटा लिया।
ख़ुदा से मांगी थी जो दुआ उसके नाम की,
आज उसी दुआ का असर मिटा के आया हूं।

सजदे में झुका था कभी उसकी चाहत के लिए,
आज उसी सजदे का सबब मिटा के आया हूं।
वो कहती रही अपना जहां बसाना है,
और मैं अपना जहां उसके कदमों में बिछा के आया हूं।

तारीखों में लिखा जाएगा शायद ये अफसाना,
कि एक आशिक़ मोहब्बत की कीमत चुका के आया है।

-


16 MAR 2022 AT 23:54

मैं ढूढ़ता हु जिसे सपनों में, वो खो गई अंधेरों में..

-


16 MAR 2022 AT 23:33

बिन कपड़ें के ही आये थे तेरी महफ़िल में प्यारे
एक कफ़न की ख़ातिर दुनिया घुमा दी..

-


15 MAR 2022 AT 22:53

लिख दु उसके नाम दो अल्फाज
गुजर गई रात इसी कशमकश में..

-


28 FEB 2022 AT 22:13

ख़ुद को खोजने खुद ही निकला था
पूछ बैठा राहगीरों से अपनी मंजिल..

ना ख़ुद को खोज पाया, ना मंजिल ही मिली

-


25 JAN 2022 AT 23:58

मुझें आवाज ना दे..
सुनसान गलियों में

मैं तो दीवाना हु
तुझे लोग बदनाम कर देंगे...

-


17 JAN 2022 AT 21:37

बात बनी नही उसकी और मेरी
मैं उसके मोहब्बत में मरना चाहता था
वो मेरी मोहब्बत में जीना चाहती थी

-


15 JAN 2022 AT 11:03

मैं जीना सीख ही रहा था..
की उससे मोहब्बत हो गई

-


Fetching gunjan saha Quotes