प्यार तुमसे किया हमने इस कदर,
ओढ़ कर पत्तों को रात में सो गए,
दूर तुमसे हुए, तो हुआ गम हमें,
टूट कर फिर से खुद से ही सम्हालें गए!
तुम यूं रूठी कभी, क्यों ना मानी अभी
छोड़ कर मुझको जाओ, तो हम मरने लगे,
जान जाएगी मेरी, मगर तू ये सुन,
ये बता दे, कि तुमसे क्यों ना सम्हाले गए??
प्यार तुमसे किया .............
राह पर हम अकेले ही रोने लगे!!
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