मुस्कुराते हुए अपनी मंजिल की ओर रुख़ किया
और चलना ही भूल गए हम,
ये तो कुछ यूँ हुआ कि बिखरने की चाहत थी
और सँभलना ही भूल गए हम...! 💔-
1 JUL 2020 AT 11:08
1 JUL 2020 AT 18:43
उसके कमरे में शोर बहुत है,
उसकी आवाज़ में ज़ोर बहुत है...
ज़िंदा थी तो भी चिल्लाती रहती थी,
वो आदत से मजबूर बहुत है...!!💯-
1 JUL 2020 AT 23:20
फिकर तेरी, ज़ेहन में मेरे
बता ज़रा कब नहीं है..?
हां, जो पहले थी बात तुझमें,
वो तुझमें अब नहीं है !!💔-
20 JUL 2020 AT 13:55
शहर में तेरी खूबसूरती की बातें हज़ार हो गई,
तुम गुज़री जिस जिस गलियों से वो गालियां आज बाज़ार हो गई...❤-
22 JAN 2022 AT 17:44
शाम के इंतजार में दिन गुजर जाता है,
उस पर से ये चांद कमबख्त रोज निकल आता है.. ❤️🌙-
6 FEB 2022 AT 13:13
From,
Chai tapri,
To,
Praying God,
everywhere we had listened to her songs and still, we do. In the dilemma between yes and no we lost a mellifluous voice.
R.I.P Lata ji💔— % &-