यही जीवन की रीत हैं
जैसा बोओगे वैसा ही पाओगें-
29 OCT 2021 AT 11:15
ਏਕ ਤੁਮਹਾਰਾ ਹੀ ਤੋ ਸਾਥ ਮਾਂਗਾ ਥਾ
ਤੁਮਸੇ ਪਯਾਰ ਥਾ ਇਸਲੀਏ ਤੋ ਹਾਥ ਮਾਂਗਾ ਥਾ।
एक तुम्हारा ही तो साथ मांगा था
तुमसे प्यार था इसलिए तो हाथ मांगा था।-
31 MAY 2020 AT 2:51
ऐसा लग रहा है कविता नहीं अपने आपको पढ़ रही हूं
इस खूबसूरत लिखिता में अपने आपको देख रही हूं-
1 AUG 2020 AT 6:40
आज मेरा जिंदगी का एक और साल सफलता पूंर्ण समाप्त हो गया। इतना प्यार और इज्जत और मेरी लिखी हुई बातो को पढ़ने के लिए जो आप सभी ने टाइम दिया है व् इस साल में आई कुछ मुसीबतो से लड़ने में मेरा साथ दिया है उन सभी मेरे दिल के छुने वालो का मे आभारी हूँ दिल से धन्यवाद करता हूँ अतः आसा करता हूँ आप सभी का प्यार आगे भी ऎसे ही मेरे साथ रहैगा🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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