मुझे शराब से मोहब्बत नहीं है,मोहब्बत तो उन पलों से है
जो शराब के बहाने मैं अपने दोस्तों के साथ बिताता हूँ
शराब तो ख्वामखाह ही बदनाम है इस दुनिया में
नजर घुमा के देख लो,शक्कर से मरने वाले बेशुमार हैं
तौहीन न कर शराब को यूँ कड़वा कह कर
जिन्दगी के तजुर्बे शराब से भी कड़वे होते हैं
कर दो तब्दील अदालतों को मयखाने में साहब
सुना है नशे में कोई आदमी झूठ नहीं बोलता
इस दुनिया की सबसे कड़वी चीज आदमी की जुबान है
शराब और करैला तो खामखां ही इस जग बदनाम है
बर्फ का वो टुकड़ा जाम में क्या गिरा बदनाम हो गया
देता जब तक अपनी सफाई वो खुद शराब हो गया
ताल्लुकात बढ़ानी हो तो कुछ आदतें बुरी भी सीख लो आकाश
अगर ऐब न हो तो लोग अपने महफिलों में बुलाया नही करते-
10 JUL 2020 AT 19:38