जिंदगी कुछ ख्वाब बुन रहा है
शायद भीड़ से अलग चलने का रूआब ढूंढ रहा है-
22 SEP 2021 AT 8:22
23 SEP 2021 AT 19:12
जिंदगी खामोशी से कट रही है
शायद जिंदगी में ऐसा कोई मोड़ आए
जहां सब अपनी चुप्पी तोड़ आएं
आंसू सबके बह जाए
गिले-शिकवे सब डह जाए-
जिंदगी कुछ ख्वाब बुन रहा है
शायद भीड़ से अलग चलने का रूआब ढूंढ रहा है-
जिंदगी खामोशी से कट रही है
शायद जिंदगी में ऐसा कोई मोड़ आए
जहां सब अपनी चुप्पी तोड़ आएं
आंसू सबके बह जाए
गिले-शिकवे सब डह जाए-