महज़ किरदार ही है हम...
एक दिन किस्सा हो जायेंगे!
RIP_Irfan-
29 APR 2020 AT 20:36
चार दिनों में रूह ने
बाँध लिया सामान !
कहाँ कहा था जिस्म ने
खाली करो मकान !!
विनम्र श्रद्धांजलि-
29 APR 2020 AT 12:39
When the great persnality becomes from "He is" to "He was" it hurts
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