कि न जाने किन हालातों मैं वो मजदूर चला,
खाली सड़को पे हर जगह मजबूत चला,
मजबूर था बेबस वो ना खाया पिया कुछ,
अपनी मंजिल की ओर निगाहेँ थी,
अपनों से मिलने की ख्वाईश आँखों मैं पाली थी,
न जाने कौनसी रेखा हाथो की दग़ा कर गयी,
रोटी राह देखती रही और सांसे पटरी पर थम गयी😢-
20 MAY 2020 AT 23:56
25 JAN 2020 AT 21:04
Some Friends asked me, when I am going to write and what? Here are some lines for them!
वक़्त आने दे, हर बात तुझे बताएँगे
दिल में दर्द कितना, सब खोलकर दिखाएंगे!
पर अभी इतना, न टटोल मुझे,
जख्म उभर आया है, आंसू निकल आएंगे!! #monathakur #life #referenced-
25 FEB 2020 AT 17:00
Your Time not decided what it to be,
You are the only one who set the Timer...🕛
Satisfaction is Important to enjoy a blissful Life..-
14 MAY 2020 AT 20:51
अब ज्यादा खास फर्क नहीं पड़ता ख्वाईश अधूरी रहने पर,
मैंने बहुत करीब से अपनों को बदलते देखा है !-
25 JAN 2020 AT 19:58
बिखरना भी आता है गिरना भी आता है
में वो शक्श हूं जिसे हर हाल में सवरना भी आता है!-