रुको ज़रा, थमो ज़रा,
ज़रा सा और तुम संभल जाओ,
ये दुनिया है मेरे दोस्त,
यहां थोड़ी सी और हंसी बिखरा जाओ।।
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"मोहब्बत तो सब कमा लेते हैं...
लेकिन ईर्ष्या कमानी पड़ती है...
और यक़ीन मानिये ज़नाब...
हमने ईर्ष्या कमाने के लिए बहुत कुछ खोया है..."
❤️😊😊😊😊😊❤️-
Unke sath hi din guzara karte hai...
Abhi uss Andhere se v dosti ho gai hai...
Kyunki Shyd vo Koi Roshni se v dur Ho na sakegi...
Dard thoda gehra h sambhalne me wakt to lagega...
Kis kis ko samjhayenge chalo jhootha hi Sahi muskurana hi padega...-
Wo baarish ki ek boond ki tarah,
Mere autthon pe aa tehri si he.
Jabse dekha door se unko,
Dil me ek bebashi shi he.
Iztiraar hai hume baat kehne mein,
Tum mere liye intehaah aeiham ho,
Jab bhi arzoo ki he ek sukoon ki,
Tumhari aankhon mein,
Kisi or ki nihayat mohhabt najar aai he.-
मुरशद आपको पता है आपका इस कदर
बेहपनाह चाहना ही मेरे लिए सब कुछ हैँ
क्यंकि जान हर कोई इतना भी नहीं चाहता
जितना आप हमें चाहते हो जनाब 🖤🥀-
I feel like i born as a girl with average qualities,
Average in beauty,
Average in study,
Average in communication,
And in other field.
But meeting with you honey,
You make me feel,
I am the best match for you.❤-
जिन्दगी का सफ़र सफ़र ही नहीं लगता है
जिन्दगी स्वर्ग सी लगे जिन्हें बहनों का प्यार मिलता है
जैसे उजड़े हुए चमन में कली खिलती है
वो हैं किस्मत के धनी जिनकी बहनें होती हैं
बहनें साथ हैं इससे बड़ी दौलत क्या है
बहनें पास हैं इससे बड़ी जन्नत क्या है
काम जो भी कहो दिल से बहनें करती हैं
भाइयों के लिए हर दर्द बहनें सहती हैं
गरीब बच्चों के लिए दीदी सदा खड़ी रहती हैं
लाखों ख्वाहिशें हैं उनकी जिन्हें दीदी पूरा करती हैं
मेरी दीदी भावनाओं का समंदर है
सबकी मदद करना बचपन से दिल के अंदर है
बेटियों की जहां इज्ज़त नहीं होती है
लाखों कोशिशों के बावजूद सुख समृद्धि नहीं मिलती है-
वो hostel के दिन............
तीन पत्थर का चुल्हा बनाकर
बनती रसोई जब hostel में
खिचड़ी, चावल और कभी Maggi yippee की
बनाते है सब मिलकर एक नए तरीके से
फिरटूट पड़ते है सब एक साथ खाने पे
क्योंकि छप्पन भोग का स्वाद उसमे होता है
जल्दी से खत्म हो ये lock down
और एक बार फिर से जिले
अपने वो hostel के दिन-
आपके स्नेह से विधि के विधेय से काव्य के कला को आजमाने आया हूं
मन के उड़ान को अपने अनंत आसमान देदें बस यही गुजारिश करने आया हूं
झुकने ना पाए श्रेष्ठ शौर्य मां पापा का बस यही आपको बताने चला आया हूं
अटल इरादे कभी पीछे रखिए ना आप बस अडिग रहिए ये बताने आया हूं
सृष्टि रचैता ब्रम्हा जी को प्रणाम कर प्यारी बहना देने को धन्यवाद करने आया हूं
जन्म तो अनेक होते हैं नित्य प्रति पर मेरी बहना जैसी वीर गंभीर नहीं होते हैं
कृष्ण की दीवानी आप वीना कि वाणी आप आपके लिए प्रकृति मस्तक झुकाएगी
लिख दो ऐसी शौर्य गाथा मिटा के सब पग बाधा देख के जन मानस सदा हर्षाए गी
हे दया सिंधु हे कृपा निधान हे मालिक हे दाता बना दो बहना को श्रेष्ठ डॉक्टर यही है मेरी अभिलाषा
कितना सीतल इनका हृदय और वाणी ये तो बस समझे कृष्ण की भाषा
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हे दया सिंधु हे प्रतिपालन हे कृपा निधान
मेरे सारे बहनों को बना दो सर्व शक्तिमान
बहनों को सम्मान देने का फल प्रत्यक्ष प्रदर्शित है
Tricky दी सबको खुश करने के लिए चर्चित हैं
खुश नसीब है वो जिनकी बहने हैं
मेरे पास तो बहुत दीदी हैं मेरे क्या कहने हैं
Tricky दी हैं तो yq में जान हैं
यहाँ इनका होता बहुत सम्मान है
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता
बहनें हैं तो भाई के जीवन में कभी गम नहीं होता 🙏-