करकती हुई धूप,मचलती हुई शाम।
शाम के बाद आता है ,ऐसा वक्त.........
जब होती है रात,तब जवान और
किसान दोनों करते हैं,आराम।
रात के बाद आता है,ऐसा वक्त...
जब होता है सवेरा,
कोई देता सीमा पर पहरा।
कोई खेतों में डालते हैं, डेरा।
इन दोनो के प्रतिदिन का,
मिलता-जुलता है दिनचर्या।
ना कोई बदलाव,ना ज्यादा आराम।
क्योंकि लगता है इन्हें,आराम है हराम।
🙏जय जवान जय किसान।🙏-
24 JUL 2021 AT 13:39
2 APR 2020 AT 12:44
लाखो कामों में आज पड़ गए हैं ताले !
लेकिन क्या आपने सोचा कि सिर्फ किसानो कि वजह से आपके घर में नही पड़े खाने के लाले !!-