यही अल्फाज दो दिलों को जोड़ते हैं और ,
यही अल्फाज दो दिलों में दरार भी डालते हैं।-
जब कभी दो लोगों में बहस होती है ना तब यही,
खामोशी उनके रिश्ते को भी बचाने के काम आती है।-
अरे साहब गर दिल टूटने की आवाज़ होती तो ,
आज हर एक शक्स आज किसी ना किसी का दिल तोड़ने वाला गुनहगार होता ।-
इस कदर धड़कना भी कोई धड़कना हैं जनाब
दिल भी धड़के महबूब को खबर भी ना हो-
समय के साथ बदलते सारे है बस,
कुछ का अंदाज़ कुछ पुराना होता है,
और कभी कभी किसी की मज़बूरी होती है खुद को बदलना,
ताकि सही समय पर जो आपकी कद्र ना कर सका,
समय सब का बदलता है ये उस भी तो दिखाना होता है ।-
अगर हर इंसान को हर चीज की अहमियत पता चल जाए ,
तो कोई इंसान किसी की तुलना किसी और से नहीं करेगा,
अगर उससे बिछड़ने की कीमत वो समझ ही जाए,
तो वो उससे बिछड़ने की नौबत ही नहीं आने देगा ।-
मत रहो नाराज अपनो से,
ये दौर नही नाराजगी का।।
गर हो सके तो माफ कर दो उनको,
जिन्होंने दिल दुखाया हो कभी तुम्हारा।।
बस कैसे भी बीत जाए ये मंजर मौतों का
बहुत मिलेगा समय फिर से गिले शिकवे रखने का-
अरे सवाल ये नहीं कि आपने हमारा हाल नहीं पूछा,
अब तो वो आंखों का सैलाब भी सुख गया है,
सवाल तो ये है कि आपने हाल पूछने में बहुत देर कर दी ।-
जो पहचान लोगे समय रहते तो ,
फिर बदलाव कि जरुरत नहीं पड़ेगी,
और जब कभी बदलना ही ना पड़े तो,
किसी को किसी के बदलने की फ़िक्र ही नहीं करनी पड़ेगी ।-