प्रभु का सानिध्य
एक आभास है ,
अद्भुत अनुभूति है।
इन दो आंखों से दिखना,
ये तो बहुत ही विरल और
परम सौभाग्य की बात है,
लेकिन उसके सानिध्य का आभास
हमें बिन देखे भी हो सकता है,
अगर उसके प्रति हमारी आस्था दृढ़
और अटूट भक्ति भाव है।।-
2 MAR 2022 AT 8:57
2 MAR 2022 AT 19:42
मेरी आंखें भी तुम ही हो ,और
मेरी आंखों में भी तुम ही हो,
तुम्हें देखूं तो कैसे देखूं ,
मेरी आंखों का राज तुम ही हो।।-