कुछ लम्हों को मैं आज भी इस दिन,
अपने जेहन में दुबारा जिंदा पता हूँ,
वो आज के दिन की हमारी पहली साथ वाली,
Cold cofee दुबारा तेरे साथ पीना चाहता हूँ..
वो साथ के हसीन पल फिर से जीने को दिल चाहता हैं,
जाना,वो मंदिर के समक्ष वाला प्यार फिर से दिल तलाशता हैं,
वो चंद घण्टे की मुलाकात में न जाने हम कितने सदियों को जी रहे थे,
तुम्हारी गोद में सर रख कर उस दिन हम उन लम्हों को सँजो रहे थे,
कुछ वो ZOO की हमारी खट्टी मिट्टी यादें साथ है,
तेरे लंच की वो परवल की भाजी और रोटी,
जो तूने अपने हाथों से खिलाया उसका आज भी स्वाद है,
वो बिछड़ते वक़्त तेरा मेरे गालों पे एक एहसास छोड़ जाना,
इस उम्मीद के साथ कि हम फिर मिलेंगे कभी यहाँ इसी मिट्टी पे,
आज ना जाने मैं क्यूँ इन सब लम्हों को याद कर जाता हूँ..
इन बीते लम्हों को मैं आज भी अपने जेहन में
बस, दुबारा ज़िंदा पाता हूँ,
बस, दुबारा ज़िंदा पाता हूँ...-
25 MAY 2020 AT 12:20
27 OCT 2021 AT 21:43
Beautiful is when you know that someone is present always near by you and making efforts just to make you smile ❤
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