मेरा साया बनके ,तू साथ निभाये
जमाना मुझे तेरे नाम से बुलाये
आंच न आये मुझपे फिक्र तुझे, तो साथ निभा जाओ
सिर्फ उम्र भर नही ,,सात जन्मों की रस्म निभा जाओ
सौंगन्ध सारी खाके ,मुझे अपना बना जाओ
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26 FEB 2020 AT 14:21
28 FEB 2020 AT 0:32
जो अपना होके
बेगाना हो गया,
अब क्या कहना
उसको चुप रहना
ही बेहतर है ।।।-
28 FEB 2020 AT 0:24
दर्द था नशीब मे ही
इसको भी निभाना था
इस आग के दरिया को
पार करके जाना था ।।
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26 FEB 2020 AT 14:14
हमे लगता था कि हमसे कुछ खता हो गई,उनको लगता था कि उनसे खता हो गई,बस यही बातों मे कुछ खता हो गई ।।।।
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26 FEB 2020 AT 13:46
चलूंगा तेरे साथ तेरा साया बन कर
राम जी की सौ तेरे पे कोई आँच नही
आने दूँगा ।।।।
इमान से-
28 FEB 2020 AT 1:02
चल दिये ना मुझको यूँ छोड़ कर
तो जाओ अब जिन्दगी मे कुछ
भी नहीं रहेगा तेरे बाद ।।।।-