निहारिका नीलम सिंह 17 SEP 2017 AT 22:35 तुम धनाढ्य तुम मुद्राओं से हाथ सेंकते हो ..मैं गधा हूँ क्योंकि मैं रोटी से आँत सेंकता हूँ .. -