अक्सर खामोशी में भी आवाज़ होती है
अब खुद ही सोचो की रात के सन्नाटे में
कहीं घर में प्यार का वार चल रहा हो
तो कोई मेरी तरह कैसे रहेगा इस सन्नाटे में-
28 SEP 2021 AT 16:38
अक्सर खामोशी में भी आवाज़ होती है
अब खुद ही सोचो की रात के सन्नाटे में
कहीं घर में प्यार का वार चल रहा हो
तो कोई मेरी तरह कैसे रहेगा इस सन्नाटे में-