मेरी बिखरी हुई जुल्फों को तुम..
अपने हाथों से हटाओ,
ऐसी एक ख्वाइश है मेरी..!!-
13 JUL 2020 AT 16:41
15 APR 2021 AT 14:32
उसकी झुकी नजरे बता रही थी,
उसकी बेवफाई की दास्ताँ..
उसकी खुली जुल्फे बता रही थी,
उसकी गैरो से मुलाकात की दास्ताँ...
उसके पैरो की पायल बता रही थी,
उसकी हसीन रातों की दास्ताँ...-
13 JUL 2020 AT 16:03
ज़ुल्फो का किया है जनाब
ये तो हवा आने पर ही बिखरती है.
इश्क़ करना है तो मेरी रूह से करिए
जो तेरे आने से महकती है.-
29 SEP 2020 AT 18:38
खुले बालों के बारे में लिखना चाहता हूं,
मगर तेरी आंखों से फुर्सत मिले तो सही।-
6 NOV 2023 AT 20:36
जब तू दांतो में क्लिप दवा कर खुले बाल बांधती हैं
कसम से एक बार तो जिंदगी बही रूक सी जाती हैं।-
13 JUL 2020 AT 15:30
रिश्ते निभाने के लिए होते हैं..
और जो निभाया नहीं जाता..
उसे तोड़ देना ही सही होता है-
13 JUL 2020 AT 21:35
कुछ चीज़ें बिखरी अच्छी लगती हैं
जैसे की आपके चहरे कि मासूमियत सी मुस्कुराहट 😊😊-