फिर एक पत्थर से टकरा गया ।
जाने-अनजाने में ठोकर खा गया ।
किसी तरह मैंने खुद को बचा लिया लेकिन ,
उसकी बातें सुनकर मेरा दिल चकरा गया ।
मुद्दतों बाद दिल में ख़ुशी की चिंगारी सुलग रही थी ,
कमबख़्त हकीकत का एक झोंका उसको बुझा गया ।
दोस्त बन कर आया था मेरा हर दर्द बांटने ,
और सितम ये है कि वो भी मुझको रुला गया ।
तुझे बर्बाद करने में तेरे दिल का हांथ है "विकास "
जो तेरा था हीं नहीं कमबख़्त उसी पर आ गया ।
😔😔😔😔-
इश्क़ ख़राब है इसका गवाह हैं हम ।
न मानो तो यहां कुछ भी नह... read more
अब ग़मों का दिल दुखाने का मन नहीं करता ,
वो इसलिए कि मुस्कुराने का मन नहीं करता ।
मैं अपने आप में मुकम्मल शहर हूं एक ,
मुझको उस की गलियों में जाने का मन नहीं करता ।
जख़्म तो बहुत गहरा हैं हाकिम पर क्या करूं
मुझे खुल कर दिखाने का मन नहीं करता ।
बात राज़ की नहीं है जो छुपा रहा हूं
दरअसल अब कोई बात बताने का मन नहीं करता ।
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हर किसी का यार होना...अच्छी बात नहीं ।
बेमतलब रिश्तेदार होना... अच्छी बात नहीं ।
रातों में अंधेरे की आबरू पर आँच आती है
जुगनूओं का चमकदार होना ...अच्छी बात नहीं ।
कभी-कभी नादानियां भी कमाल कर देती है
हर जगह समझदार होना ...अच्छी बात नहीं ।
हमें तौहीन करना , ये जमाने कि ज़िम्मेदारी है
खुद ब खुद शर्मसार होना ...अच्छी बात नहीं ।
अपनी हिफ़ाज़त में कत्ल करना जायज़ है मगर
अरमानों का गुनहगार होना... अच्छी बात नहीं ।
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एक दबी-दबाई क़ौम को पहचान दिया जिसनें ,
खुद को चलाने के लिए हाथों में कमान दिया जिसने ,
मैं शत-शत नमन करता हूं बाबा साहब अंबेडकर को ,
भारत को मुकम्मल संविधान दिया जिसने ।-
अकेले कईयों का तादाद हिला के रख दिया ,
ज़हन से ख़ुदा का उन्माद हिला के रख दिया ,
सदियों से पाँव पसार के रखा था पाखंडियों ने ,
बाबा साहब ने उनकी बुनियाद हिला के रख दिया ।-
आपके फॉलोअर्स बड़ी कष्ट में हैं , वे गरीबी महंगाई बेरोजगारी के जैसी आर्थिक समस्याओं से काफी हताश है । ये समस्याएं उन्हें बहुत परेशान कर रही हैं।
अपनी इस समस्या से निजात पाने के लिए आपके कई फॉलाेवर "कींस" को फॉलो करने लगे हैं । पर वे यह नहीं जानते कि "कींस" को फॉलो करने से उनकी समस्याएं हल नहीं होने वाली हैं उनकी समस्याएं तो बस आप ही हल कर सकती हैं ।
धीरे धीरे आपके फॉलोअर्स कम हो जाए इससे पहले ही आप आइए और अपनी नीतियों, सिद्धांतों , विधि-विधानो के अनुसार वित्तीय व्यवस्था का संचालन करिए ताकि आपके फॉलोवरों की समस्या का समाधान हो सके और आपके फालोअर्स की संख्या भी बरकरार रहे साथ ही साथ उनकी नजरों में आपकी प्रसिद्धि भी बनी रहे ।-
मुझे ज़लील नहीं होना है जो खुद को इतना बुरा पेश करूं,
कि तुम्हारे कहने से सूरज के आगे अंधेरा पेश करूं,
तू मुझ को पहचानने का एक अपना तरक़ीब बना ले,
मैं इतना खूबसूरत नहीं कि बार बार चेहरा पेश करूं।
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जी करता है तेरी मुस्कान पे मर जाँऊ मैं,
पर
सोचता हूं
ख़ामख़ाह एक मासूम चेहरा गुनहगार हो जाएगा ।-
क्या इससे पहले हमारे दरमियां कशमकश नहीं था,
वो जूदा इसलिए हुआ कि उस पर हमारा बस नहीं था ।-
यह सोचो कि आज तुम्हारा हश्र क्या होता ,
तुम जितना समझते हो मैं उतना बुरा होता अगर ।— % &-