सजेंगी महफिलें राहत यहाँ आए हुए हैं, सुनो बहिश्त से आती सदा है। - Mirza
सजेंगी महफिलें राहत यहाँ आए हुए हैं, सुनो बहिश्त से आती सदा है।
- Mirza