sweta Sinha   (Shweta sinha)
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Joined 20 January 2018


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Joined 20 January 2018
5 APR AT 20:38

*चांद से दोस्ती करने से पहले ये सोच लेना कि,
जिसकी खूबसूरती पर फिदा होकर ,
तुमने दोस्ती का ये हाथ बढ़ाया है,,
उसमे दाग भी मौजूद है..
जो उसके इस दाग को भी,
उसी अंदाज़ से स्वीकार कर सको...
तो ही अपना ये हाथ बढ़ाना ।।

* चांद हर उस व्यक्ति को संबोधित करते हुए शब्द है

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30 MAR AT 21:03

ज़माने में नफरत की रस्म सिखाए जाते हैं.
वरना,,
प्यार, इश्क ,मोहब्बत और अपनापन ,,
ये वो एहसास हैं जो सिखाए नहीं जाते,,
ये तो मनुष्य में प्राकृतिक रूप से मौजूद हैं ।।.

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18 MAR AT 21:53

बदले नहीं हैं हम,,
बस अब दिल को समझा लिया है..

अपने एहसासों को इक बार फिर से,,
अब सीने में कहीं दफना लिया है।।

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6 MAR AT 23:17

एक अरसे से तरस रही हैं आंखे,,
एक ज़माना बीता है किसी को देखे हुए।।

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24 FEB AT 20:25

गफलत में रहते हैं वो लोग,
जिन्हें लगता है कि ,,
मकान ऊंचा बना लेने से इंसान ऊंचा हो जाता है...
ऊंचा बनने के लिए सबसे पहले,,
आपको झुकना पड़ता है ।।

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14 FEB AT 19:26

He asked me,'what is love?'
I looked at him,and said ,,
In science, its chemical reaction,,
in maths,its calculations,,
in commerce, its debit & credit,,
in arts,its heart,,
In me, its you !!
Doesn't matter where you are ..!!

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12 FEB AT 14:59

इक जान है,,
और लेने वाले हज़ार...
कोई प्यार से,,
तो कोई वार से ।।

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11 FEB AT 22:25

एक वादा चलो आज मैं खुद से करती हूं ,,
जो मुझे भूल गए हैं ...
आज से मैं उन्हे भूलती हूं।।
Promise day 🤝

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22 JAN AT 22:12

"रमन्ते सर्वत्र इति राम:"
यानी जो सभी जगह रमा हुआ है वो राम है।

दिन, महीने, वर्ष, शताब्दियां बीतती गईं,
लेकिन हर एक नए सूर्योदय के साथ रामभक्तों का संकल्प और दृढ़ होता गया।
भाग्यवान है हमारी पीढ़ी,
जो इस राम-काज के साथी बन रहे हैं।
(Read in caption)
Jai Shree Ram
Pic courtesy - Facebook

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21 DEC 2023 AT 22:20

मैंने अपने जीवन से जो,,
सबसे अच्छा काम सीखा है वह यह कि,
मैंने अब लोगों को यह बताना बंद कर दिया है,,
कि मेरे जीवन में क्या चल रहा है..
या मुझे किन बातों ने चोट दी है..
क्योंकि हर कोई वास्तव में आपकी,
या इस बात की परवाह नहीं करता,,
कि आप किस दौर से गुजर रहे हैं,,
या किन परिस्थितियों से रूबरू हो रहें हैं।।

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