सब बदल जाएँगा , आहिस्ता-आहिस्ता
तुम भी बदल जाओगे , आहिस्ता-आहिस्ता
नई मंजिल की तलाश में घर छोड़ा हैं ,
शहर भी छूट जाएँगा आहिस्ता-आहिस्ता ..
नएँ शहर को जब जाओगे तुम
नई दुनिया अपनी बसाओगे तुम
यादें पुरानी तुम्हें सोने नहीं देगी
बेदर्द ये जिंदगी तुम्हें रोने नहीं देगी
सुकून तो वो गुजरा जमाना ही देगा
बिखर जाएँगा जब
सब आहिस्ता-आहिस्ता....-
बातें अब बढ़ने लगीं हैं
कुछ ख़ामोशियों के बाद से
लफ्जों का लहजा बदल सा गया हैं
अचानक एक रात से
कुछ नई कहानी कुछ नएँ रंग मिलने लगें हैं
उसके जिंदगी कि किताब से
यूँ तो मैं थोड़ी नासमझ सी
पर समझने लगी हूँ उसे ,कुछ अनदेखे जज्बात से
बातें अब बढ़ने लगीं हैं
थोड़ी ख़ामोशियों के बाद से...— % &-
वो करता है सारी बातें बस 'प्यार की बातें' छोड़कर
है हजारों वादें उसके बस 'साथ निभाना' छोड़कर
फिक्र उसे भी है मेरी बस 'अंदाज़-ऐ-हकीकत' छोड़ कर
सवाल बहुत है मेरे भी
कहा पूछ पाती हूं बस 'और सब' छोड़कर
शिकायते इतनी...सारी मेरी
कहा केह पाती हूं बस 'ok' कहना छोड़कर
सच कहूं तो ज़िंदगी में अब खास कुछ रहा नहीं
बस ' एक तस्वीर तुम्हारी ' छोड़कर
वो करता है अब भी सारी बातें मुझसे ,
बस 'प्यार की बातें' छोड़कर
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दियों से सजा ये घर,ये लाइट्स से जगमगाती दुनियां ।
मिठाइयों से भरी ये थालियां,ये सुंदर सुंदर फूलों की लरी
नयी उमंगे फिर से जग रही ,खिल उठी आंगन की कली ।
पटाखों से सज रहा आसमां ,गूंज रही बच्चों की हंसी।
जैसै छट गई सारी रात अंधेरी,मिल गई फिर से सारी खुशी।।
Wishing you and your family a very happy and safe diwali💥💥
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In the world of status and stories updates I am like a old love letter..
No matter how many times you read,
Its fragrance will always be the same.-
Long distance ka relationship Nhi
Long term tera sath chahiye
Hontho pr sirf tera zikr nahi
Hathon mei proper tera hath chahiye.
Din bhar baithe kru intezaar tera
Bita saku har pal tere sath, mujhe wo raat chaheye ..
Long distance ka relationship nhi
Long term tera sath chahiye..
Tera hasta hua picture nhi
Tujhe hsaaa saku mujhe wo bat Chahiye
Hath pakad kr har mod pr tere sath rahu
Aise apni kaynaat chahiye.
Dil me talab na rahe tere ek jhaalak ko ,
Dikhe tu hi tu hr jagah mujhe wo hayat chahiye
Long distance ka relationship Nhi
Long term tera sathh chahiye
Hontho pr sirf tera zikr nahi
Hathon mei proper tera hath chahiye.-
मै रोज तुम्हे सोचकर एक ख़्वाब लिखती हूँ
ज्यादा कुछ का पता नहीं इश्क बेहिसाब लिखती हूँ ।।
तुम्हारा छुपकर देखना मुझे और देखकर फिर यूँ मुस्कुराना
हर छोटी सी छोटी बात का हिसाब लिखती हूँ
मै रोज तुम्हे सोचकर एक ख़्वाब लिखती हूँ
जो बातें तुम्हें नहीं केह सकती ,उन बातों का भी बयां करती हूँ
और अगर लिखूं इस रिश्ते को कोरे पन्नों पर तो खुद को कांटा और तुम्हें गुलाब लिखती हूँ
मै रोज तुम्हे सोचकर एक ख़्वाब लिखती हूँ
ज्यादा कुछ का पता नहीं ,इश्क बेहिसाब लिखती हूँ ।
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मै कुछ भी सोचुॅ
तुम्हे पता कैसे चल जाता है
सचमुच प्यार व्यार है
या काला जादू करवा रखा है।।
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