ये शज़र ये गुल ये ख़ुर्शीद ये आबशार,
तुम्हारे बिना जान-ए-मन सब बेकार।।-
Swee Originals
(स्वीkriति✨)
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23 Aug🎂
ख़्वाबीदा🦋
माना कि ख़्वाब जूठे है और ख्वाइशें अधूरी हैं,पर जिंदा रहने के लिए गलतफहमि... read more
ख़्वाबीदा🦋
माना कि ख़्वाब जूठे है और ख्वाइशें अधूरी हैं,पर जिंदा रहने के लिए गलतफहमि... read more
Joined 7 May 2020
1 NOV 2020 AT 22:45
28 SEP 2020 AT 17:27
उफ़्फ़!!! तेरे बगैर उस तन्हा रात का कट जाना,
कभी हँस के रो देना, कभी रो के हँस जाना।।।-
19 SEP 2020 AT 16:51
बक रही हूँ सर-ए-आम कुछ जज्बात मेरे,,,
मौला ईक शख़्स के सिवा सबको बहरा करदे।।।-
17 SEP 2020 AT 17:26
दवा न जानी बड़े बड़े ने, जन्मों की बीमारी है,,,
सलाह मानिये इश्क़ न कीजे, बड़ी कड़ी फनकारी है।।।-
13 AUG 2020 AT 13:14
उनकी बेवफ़ाई के बदले हमने हिज़्र को यादगार कर दिया,
आईना खरीदकर हमने उनकी आंखों को बेरोज़गार कर दिया।।।-
8 AUG 2020 AT 1:10
दया कीजिये!! कुछ हया कीजिये!!
ये तमाशा खत्म हुआ, कुछ नया कीजिये!!-
4 AUG 2020 AT 11:56
कैसे शुक्र मनाऊँ उस शख़्स का मैं मुर्शीद!
गले लगाकर जिसने मेरी जान बक्श दी ।।।-
1 AUG 2020 AT 9:08
लिखते रह गए लोग अपनी दास्ताँ-ए-मुहब्बत!!
हम तो "सनम और कलम" पर बात खत्म कर आए।।।-
23 JUL 2020 AT 19:37
हक़ीक़त को यहाँ कौन जानता है,
नकाबों पे क़ायम ये जमाना है....
मेरी शायरी में शामिल होना था उसे,
ये बेवफ़ाई तो बस एक बहाना है।।।
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