Swati Thakur  
38 Followers · 4 Following

Joined 7 October 2019


Joined 7 October 2019
7 SEP 2021 AT 0:19

In the end ,
the people alike gets together ,
if it is not so, then it is not the end .

-


22 AUG 2021 AT 0:03

अदब सबब की होड़ में ,
विरह की घड़ी बेजोड़ में,
हो तुम छाए घटा से ,
गिरी जो विरक्ति के मोड़ में,
आए दिन कोई सुधार है,
न विरह का अब आसार है ,
सीख गुज़रे कल का सार है,
अनुभव जिसका अब आधार है ।

-


2 MAR 2021 AT 2:39

ਜੱਦ ਕਾਗਜ਼ ਤੇ ਕਲਮ ਦਾ ਆਗਾਜ਼ ਹੋਇਆ ,
ਜਿੱਥੇ ਪਏ ਸੀ ਛਿੱਟੇ ਉਦਾਸੀ ਦੇ ,
ਭਰਿਆ ਹੋਇਆ ਮਨ ਮੇਰਾ ਉਥੇ ਫਿਰ ਬਾਗ਼ ਹੋਇਆ ।
ਹੋਇਆ ਇੱਕ ਵਾਰ ਫੇਰ ਨੂਰ ਉਸ ਚਿਹਰੇ ਤੇ ,
ਜੌ ਸੱਖਤ ਸੀ ਜਜ਼ਬਾਤ ਹੋਏ ,
ਮੁੱਕਿਆ ਸਿਲਸਿਲਾ ਹਨੇਰੇ ਦਾ ਉਸ ਪਹਿਰੇ ਤੇ ।
ਗੁਲਾਂ ਨੂੰ ਛੇੜਨ ਦਾ ਅਹਿਸਾਸ ਮੈ ਪੜ੍ਹ ਆਈ ,
ਸਾਂਭ ਸੁਰਖ ਸਵੇਰਾ ਸੋਨੇ ਜਿਹਾ ,
ਆਗੋਸ਼ ਵਿਚ ਖਾਮੀਆਂ ਨਾਲ਼ ਮੈ ਲੜ ਆਈ,।

-


18 JAN 2021 AT 21:08

जब नेकी बदले हो चश्म नम ,
कहां उम्मीद फ़िर कहां वफ़ा ,
खस्ता जब हो चले तो ,
क्या क़िस्मत खफा, और गम दफा।

-


3 JAN 2021 AT 1:32

दास्तां गर हो बयां ,ठहरा हुआ जो किस्सा थलग है,
रास्ते कहां नामुमकिन से,हमसफ़र तुम हो तो बात अलग है।

-


20 NOV 2020 AT 16:52

पैंतरे नाकाम हो जहां ,
फ़िज़ूल उस गली में आया नहीं करते ,
तवज्जो के लिए भी जब तरस जाओ ,
खौफ उस गैर का खाया नहीं करते ,
जिसे आदत ही मंज़िल बदलने की हो ,
उस पर वक़्त अपना ज़ाया नहीं करते ।

-


28 SEP 2020 AT 1:01

जो थमे हैं साए तुम्हारे,
महक रही ये गालियां गुज़ारिश में,
देखा गर' इहतियात से तुम्हे ,
ना वो सूकून रहा अब बारिश में ,

-


11 SEP 2020 AT 22:21

कि गमगीन ये नज़ारों की बदौलत ,
बंदिशें नजायज खौफ छुआ करती हैं,
मिटता नहीं अंधेरा जिन शहरों का ,
नेकी वहां आफ़ताब हुआ करती हैं ।

-


6 SEP 2020 AT 14:29

Under incredible fog coat,
Admire warmth of bonfire heat ,
Leave that Persian rug,
Let's walk together on moss sheet.

-


14 AUG 2020 AT 21:35

आहिस्ता से अफसानों की ,लफ्ज़ संजोए वो बात करते हैं ,
बेआरामी के इस दौर में ,आज फिर पहली मुलाक़ात करते हैं

-


Fetching Swati Thakur Quotes