When my friends
tell any joke
When my relatives
tell any joke
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यूँ जो ख्वाब मैंने बुने भी ना थे
फिर क्यूँ वो ख्वाब बुनने भी ना दियें।
खौफ़ बैठालकर इस दिल में,
किस बात का तुम बदला लिये।
ना चाहा गलत मेंने किसी का,
ना किया गलत कभी किसी के साथ।
फिर क्यूँ यूँ मेरे हिस्से की खुशी
मुझसे दूर ले जाकर बदला ले रहे।
रोऊँगी गर तो मेरे अपनों को तकलीफ़ पहुँचेगी।
हसूँगी तो खुद ही को मन ही मन तकलीफ़ दूगी।
आखिर क्यूँ इस मुकाम पर ला रही हो जिन्दगी
आखिर क्या चाह रही हो मुझसे तुम जिन्दगी।।-
कोई चाहे इतना कि ये जिन्दगी कम पड़ जायें।
हँसने के बहाने मिलते रहे और
रोने की वज़ह ही छूमंतर हो जाये़।।-
समझना आसान नहीं
यहाँ किसी को भी जना़ब।
खुद ही को भटका पाती हूँ
अक्सर खुद के किरदार में।।-
ये बेसब्र रातें
काटना आसान नहीं ग़ालिब,
करवटें और सिसकियाँ
बेफिक्र होने नहीं देती।।-
Samaz nahii aa raha kii Congress ki jeet hui hai ya Rahul Gandhi ki speech ki 😇
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इतंजार उन्हीं का होता हैं,
जिनको आना होता हैं।
बेवजह राहों को जो ताकते हैं,
उनका विश्वास ही डगमगाता हैं।।-
My reaction....
When Mom says "Jyada phone mat chalaya karo, aankhen karaab ho jayegii"..-
When you are fully prepared for Viva
But your Roll number is very last and External examiner is getting tired by taking viva,
You are like...-