क्या में तुम्हारे तारीफो के पुल ऐसे ही बांधता रहूं
तू दे इजाजत तो ऐसे ही प्यार करता रहूं
के अब तक नहीं हुआ है इश्क ये बया तुम्हारा
तुम्ही बताओ क्या ऐसे ही जान निसार करता रहूं
स्वप्निल वाघमारे
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* अजब जग *
नाही इथे कोणीही कोणाचे सगळे परक्या सारखे वागतात
इकडल्या गोष्टी तिकडे करून मोठमोठ्याने सांगतात
निंदा करून थकले तरी पाय ओढण्याचा प्रयत्न करतात
दुसऱ्याच्या यशावर जळू जळू हसतात
चांगले नाही दिसत कोणाचे तर खूप खोड्या काढतात
यांनी केले जर कोणाचे वाईट तर यांचेच दुःख वाढतात
मोठेपणाचा रुबाब घेऊन इकडे तिकडे फिरतात
आपण मोठे मानून बोलण्याचे पण सोडतात
स्वप्नील वाघमारे
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थोडा हूनर मुझे भी सिखादे ऐ जिंदगी।
इस चालाकियों के शहर में हमें।
मासूमियत महंगी पड़ रही हैं।
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यार जब भी वक्त मिले ना
अपने दोस्तों से बात करो
क्युंकी जब हमारे दोस्त हमसे खफा
हो जाये गुस्सा हो जाये अगर वो आपके नजरो से एक बार उतर गये ना दोस्त दोबारा नहीं मिलेंगे
थोडासा चंद 5 मिनिट का....
अपने गीले शिकवे युही दूर हो जायेंगे
पर दोस्त ना दूर हो पाये
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लोग कहते है विश्वास करो..... कुछ दिन वहीं लोग हमें ब्लॉक कर देते हैं। और कहते हैं विश्वास करो। किसी पे लोग बोहत जल्दी विश्वास कर लेते हैं। पर लोग अपना रंग बदलते हैं। बहाने बना लेते हैं।.......... गिरगिट भी कहता होंगा इंसान तेरे कितने रंग ?
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विश्वास........ कितना प्यारा शब्द हैं। पर दोस्तो इसका कोई मोल नहीं। इस दुनिया में विश्वास से तो खेला जाता हैं। इस लिए जल्दी में किसी पे भी विश्वास मत करना वरना बोहत पछताना पड़ेगा।
विश्वास से विश्वास तक जाना आसान नहीं।
लोग तो उड़ाते है मजाक इसका ये विश्वास है कोई कर्ज नहीं। जो हम बेशक किसी से मांग सके।
जो अपने दिल में शिद्दत से रख सके।-
अच्छाई के पीछे कोई नहीं जाता,
बुराई के पीछे सब जाते हैं....
शराब बेचने वाला कहीं नहीं जाता..
दूध बेचने वाले को गली गली घूमना पड़ता हैं...-
हम ऐसे जीवन में आ गए। जहां सिर्फ खुद का स्टेटस लिए लोग फिरते रहते है।खुद की बढ़ाई करते फिरते है।आज जो पैसेवाला होता है समाज में उसे सबसे ज्यादा इज्जत दी जाती है।आज तो सिर्फ काम पैसे के भरोसे है।
और कानून तो एक खेल बन गया जिसे अमीर लोग शौक से खेलते है।पैसा फेक तमाशा देख,
कानून तो ऐसा मकड़ी का जाल हैं जिस में छोटे छोटे कीड़े तो इसमें फस जाते है। पर बड़े कीड़े तो इसे फाड़कर निकल जाते है।
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जिंदगी जीना आसान नहीं होता बिना संघर्ष के कोई महान नहीं होता।
जब तक ना पड़े हथोड़े के चोट तब तक पत्थर भी भगवान नहीं होता।
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सीधो के आगे अपनी अकड़ मत दिखाना
सच्चो के आगे अपना गुणगान न गाना
भलो के आगे बखेड़ा न करना
एक दिन तुम्हारा भी आएगा
तू कितना भी उछलकूद करले तुझे तो आखिर में है मरना-