मैंने बिखरते देखा है आशियाने को, टूटते देखा है कई दीवाने को,मेरी हसरत थी उसे पाने की पर उसे चूमते देखा एक अंजाने को || -
मैंने बिखरते देखा है आशियाने को, टूटते देखा है कई दीवाने को,मेरी हसरत थी उसे पाने की पर उसे चूमते देखा एक अंजाने को ||
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"शायद मोहोब्बत की तालीम ना थी मेरे पास इस लिए उसने अपने दफ्तर से निकाला होगा, यही मान के गुज़ारा कर लेते हैं जनाब" -
"शायद मोहोब्बत की तालीम ना थी मेरे पास इस लिए उसने अपने दफ्तर से निकाला होगा, यही मान के गुज़ारा कर लेते हैं जनाब"
"The trunk stays under the dark until it finds the right direction to see the light". -
"The trunk stays under the dark until it finds the right direction to see the light".
कुछ ठेकेदार थे विवादों में मजदूरों को समझा-फुसला कर एक दीवार बना दी,"ठेकेदार थे धर्मों के, दीवारें थी नफ़रत की और मजदूर है आपकी कमज़ोर मानसिकता" | -
कुछ ठेकेदार थे विवादों में मजदूरों को समझा-फुसला कर एक दीवार बना दी,"ठेकेदार थे धर्मों के, दीवारें थी नफ़रत की और मजदूर है आपकी कमज़ोर मानसिकता" |
मोहोब्बत किया न था मैंने, यह तोहफा तो बिन मांगे मिल गया था,शोहरत तो उनकी हुयी मगर लूट जाने के बाद भी लुटाना बिन जाने सिख गया था || -
मोहोब्बत किया न था मैंने, यह तोहफा तो बिन मांगे मिल गया था,शोहरत तो उनकी हुयी मगर लूट जाने के बाद भी लुटाना बिन जाने सिख गया था ||
क्या कहूँ इस सफर को खूबसूरत, मगर सुनसान है, क्या कहूँ इस डगर को हूँ बेखबर, और ये गुमनाम है, क्या लड़ू इस डर से या करूँ सबर चुप-चाप मैं,ना कसर किया बस कदम बढ़े अब बस जाना है उस-पार में || -
क्या कहूँ इस सफर को खूबसूरत, मगर सुनसान है, क्या कहूँ इस डगर को हूँ बेखबर, और ये गुमनाम है, क्या लड़ू इस डर से या करूँ सबर चुप-चाप मैं,ना कसर किया बस कदम बढ़े अब बस जाना है उस-पार में ||
Love and Peace should always be the destination. -
Love and Peace should always be the destination.
नज़र से अब ओझल हो चुके हो पर फिर क्यूँ तुझे पुकारे जा रहा हूँ , सब कहते हैं आगे बढ़ो ज़िंदगी में, पर मैं ज़िंदगी के पीछे ही जा रहा हूँ || -
नज़र से अब ओझल हो चुके हो पर फिर क्यूँ तुझे पुकारे जा रहा हूँ , सब कहते हैं आगे बढ़ो ज़िंदगी में, पर मैं ज़िंदगी के पीछे ही जा रहा हूँ ||
जिस खेल में एक डाव मिलता है वो हार के बैठे हैं,अब चैन तो रहा नहीं, इश्क़ में बेचैन इस दिल से पूछो की रातो को जागते कैसे हैं | -
जिस खेल में एक डाव मिलता है वो हार के बैठे हैं,अब चैन तो रहा नहीं, इश्क़ में बेचैन इस दिल से पूछो की रातो को जागते कैसे हैं |
सवाल है ? कभी उसने ख़त हमें भेजा हो तो जवाब बताएँ,कमाल है! कभी उसने ख़त खोला ही नहीं की सवाल पढ़ पाए || -
सवाल है ? कभी उसने ख़त हमें भेजा हो तो जवाब बताएँ,कमाल है! कभी उसने ख़त खोला ही नहीं की सवाल पढ़ पाए ||