जब तक हो साथ मेरे ये जिंदगी तभी तक
तेरे बाद इस जहां का सोचा नहीं अभी तक...✍️-
तंग_ए_हाल हूं न किसी का अज़ीज़ हूं मैं
ये जान लीजिए... read more
मेरी दुआओं में अब जाके असर आया
वो आज मुद्दत बाद नज़र आया
मैं मिलूंगा तेरा इंतजार करते उसी मोड़ पर
मेरी सदा सुन तू लौट अगर आया...✍️-
आहिस्ता आहिस्ता पत्थर में ढाला है ख़ुद को
तेरी हर याद हर बात से निकाला है ख़ुद को
मैं मुझे अपनी कसम देकर मजबूर करता हूं
देख तेरे बाद मैने ऐसे संभाला है ख़ुद को..✍️-
हर दिन ही देखते हैं कमाल तेरा
जीना कर रक्खा है तूने मुहाल मेरा
मुझे देख कर तुझे तरस क्यों नही आता
ज़िंदगी तुझसे है इक सवाल मेरा...✍️-
मांगा बस तुझे ही उस खुदा से फरियाद में
करते और क्या रोते रहे दिल_ ए_नाशाद में
वो लफ्ज़ खुद ब खुद शेर बन गए "सूरी"
जो कुछ भी लिखा मैने तेरी याद में...✍️
#सूरी-
कहना था जो होंठों से
आखों से वो कह गया
वो तो चला गया लेकिन
मेरे दिल में एक सवाल रह गया
यूं तो कोई मलाल नहीं मुझे तुझसे लेकिन
फिर भी सारी जिंदगी का मलाल रह गया...✍️-
मोहब्बत की आयतें सारी लिखी थी उस किताब में
अनपढ़ा सा रह गया सब कुछ तेरी शिताब में
कहने को तो पढ़ लिया सारा दीवान तुमने फिर भी
बस इश्क़ ही नहीं पढ़ा तुमने उस
इश्क़ की किताब में...✍️-
हद से ज्यादा सादगी अच्छी नहीं साहेब
उसपे तुम्हारे हुस्न पर अच्छी नहीं साहेब
यूं तो वजह कोई नजर आती नही हमको
अब बेवजह नाराज़गी अच्छी नहीं साहेब...✍️-
हमे छोड़ वो काफिरों संग दिखाई देते हैं
फिर वो अपने गुनाहों की सफाई देते हैं
हमने भी छोड़ दिया जिसे बेवफ़ा कहकर
अब वो ही हमे वफ़ा की दुहाई देते हैं...✍️-