चांद भी था...
तुम्हारा साथ भी था....
पहले जैसी चहल- पहल ना थी।
जैसे मेरी पायल के घुंघरूं......
..........पाबंद हैं तुम्हारी खामोशी के
कभी मिलती थी मेरी -तुम्हारी परछाईयां....
.........एक ही लकीर पर।
आज उनमें भी अनजानापन था.......-
As long as ......
You are unpredictable to me....
I m keen interested in You....
........dear Zindagi
सांझ भी तुम से....
..... सवेरा भी तुम से
कहीं भूल आयीं हूं ....
......तुम्हें
...... मेरे आसमां के तले
@ संसार तुम्हारी परछाईं-
चांद भी कितना टेक्निकल हो गया....
.....फिर भी हम तुम्हें अपना चांद
..... और चांद को अपनी खुशनसीबीं कहेंगें।।-
अभी - अभी जागे हैं हम....
अभी हुआ सवेरा है.....
.......खोकर जानोगे तुम हमें
हमारी रातें....
.......अंटार्कटिका जितनी लम्बी है।
-
बडी़ अजीब सी शख्सियत है हमारी....
हम उसे पत्थर भी कहते हैं.....
..........पूजते भी बेतहाशा हैं।-
I feel like any celeb ...
When people talk ....
....... about me
...... nevertheless what's the topic-
एक कप की .....
......आधी चाय
मेरी याद में....
..... छोड़ना।
कुछ खतों के लम्हें....
....... मिटाने जैसा है।-
मैं दिनों को कम .....
.........वो कुछ ज्यादा बतता है।
उसके मेरे साथ के...
.......पहली बार मिलने से
आखिरी दिन साथ होने तक।।
मैं ३ साल गिनती हूं
........वो कुछ ५ बतता है।
मसलन ..... २०१९-२०२३,
मैं कुछ कम में ज्यादा......
.......वो ज्यादा में" हमारा-रिश्ता"तलाशता है।।-
I want to hold you
By the side of my tears
I want to count on your fingers
For some endless days.......-