सभी इंसानों की बुद्धिमत्ता आख़िर में आकर दो शब्दों में सिमट जाती है
इंतज़ार और उम्मीद-
Suryakant Dewangan
(शरद्)
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खुदा ने तराशा है मुझे 'सादगी-ए-चमक' के साथ किसी 'बे-कदर-जौहरी' का तलबगार नहीं हूँ मैं ।
Joined 7 September 2018
1 OCT 2024 AT 17:04
20 AUG 2024 AT 21:30
वो खूबसूरत तो बहुत है साहेब,
पर मैं शायर उसके सांवले रंग को देख कर बना था।-
5 AUG 2024 AT 18:04
आपका स्वभाव, व्यवहार, समर्पण और विनम्रता तय करता है कि संसार में आपके साथ जंग कौन लड़ेगा
आप स्वयं या आपकी तरफ़ से संपूर्ण सृष्टि-
15 JUL 2024 AT 23:11
जो क़िस्मत में नहीं होते
वो Gallery में सदियों के लिए रह जाते हैं-
27 JUN 2024 AT 23:47
Life में कौन आता है ये important नहीं ,
आख़िर तक कौन रहता है ये important है ..-
10 MAY 2024 AT 21:07
प्रकृति का काम तो सिर्फ़ लोगों को मिलाना है,
रिश्तों की उम्र क्या होगी ये तो आपके व्यवहार पर निर्भर करता है..-
18 APR 2024 AT 2:28
जीवन किसी से बंधा नहीं होता,
बंधी होती हैं तो सिर्फ़ भावनाएं-