पूर्ण है श्रीकृष्ण,
परिपूर्ण है श्रीराधे,
आदि है श्रीकृष्ण,
अनंत है श्रीराधे...!-
हम शरारती भी इंतेहा के है, साहेब, संजीदा भी बे... read more
कभी अकेला चलना पड़े तो डरिये मत
क्योंकि श्मशान, शिखर और सिंहासन पर
इंसान अकेला ही होता है
इसलिए अगर तुम अकेले हो तो
अपने आप को ताकतवर समझो.!-
सहमी हुई है झोपड़ी बारिश के खौफ से,
महलों की आरज़ू है कि बरसात तेज हो..-
तूफ़ान के हालात है ना किसी सफर में रहो...
पंछियों से है गुज़ारिश अपने शजर में रहो...
ईद के चाँद हो अपने ही घरवालो के लिए...
ये उनकी खुशकिस्मती है उनकी नज़र में रहो...
माना बंजारों की तरह घूमे हो डगर डगर...
वक़्त का तक़ाज़ा है अपने ही शहर में रहो...
तुम ने खाक़ छानी है हर गली चौबारे की...
थोड़े दिन की तो बात है अपने घर में रहो...-
poet's rule
fall in love
&
find satisfaction
in your own work.
if not,
nobody else will.
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तुम दिया ले आओ हम बाती ले आते हैं।
ख़्वाबों के रंगों से एक रंगोली सजाते हैं।
चलो मिलकर दिवाली मनाते हैं।-
ये सलीक़ा तुमने पर्दे का बड़ा अनमोल रखा है...
हैं निगाहें क़ातिल और इन्हें ही खोल रखा है...-
ना शौक़ दीदार का ना तलब यार की ना फ़िकर जुदाई की...
उफ़ कितने सुकून से सोते हैं जो मोहब्बत नहीं करते...-