Niharte hue mene Chand ko Suraj me badalte dekha hai,
Kisi bag ki kali ko phoolo me badalte dekha hai,
Wese to dekhe h hazaro log meri Khushi me,
Par jarurat ke waqt sabko badalte dekha hai...!!
~ s.kumar-
°Instagram- @_mannat__vaishnav_
उस शक्स के एक बार कहने से सिगरेट तक छोड़ दी मैंने,
और बताओ यारों क्या करता उसके लिए...!!-
" हकीकत में हो ले तू गैरों का मगर,
कहने को तो अब भी मेरा ही है तू... "-
" हर हालात से लड़ना सिखा गया,
एक शख्स मुझे इतना समझदार बना गया... "-
" अपने होठों से उसके होठों को छुआं हूं मैं..
इश्क में उसके वह राग हुआ हूं मैं,
अब वह साथ नहीं मेरे तो कोई गिला नहीं,
एक वक्त में उसके सबसे करीब हुआ हूं मैं..."-
" मत पूछ ए जिंदगी खुशियों का पता,
रह गई है कहीं पीछे या अभी आगे बहुत हैं... "-
" जुदा होकर मुझसे क्या हासिल कर दिया आपने,
लोग तो तुम्हे आज भी मेरी ही कहते हैं... "-
" एक बादशाह की बादशाहत तक खत्म हो गई,
एक बेवफा को बेगम बनाने में... "-
" तुम्हारा हाथ पकड़ कर कुछ दूर चलना चाहता हूं,
फिर कहीं रुक कर अपने हाथों से तुम्हारी जुल्फें सवारना चाहता हूं,
थक जाओ अगर तुम कहीं तुम्हें अपने हाथों में उठा कर कहीं ले चल जाना चाहता हूं,
तुम आओ ना एक बार मैं तुमसे बस तुमसे मिलना चाहता हूं..."-