समय का पहिया चलता जाता,
लेकिन धीरे धीरे मंजिल पाता है।
सूरज अपनी तपती किरणों को,
धरती पर धीरे धीरे बिखराता है।
हर मंजिल पर जाने में सबको,
थोड़ा बहुत तो समय लगता है।
माली जब एक पौध लगाता है,
फूल खिलने में समय लगता है।
सुगंध हवा में जब घुल जाती,
बिखरने में थोड़ा समय लगता है।
नई नवेली कलियों को भी,
खिलने में थोड़ा समय लगता है।
हर राही को राह चलने में,
आखिर समय कुछ तो लगता है।
बिना समय कोई काम न होता,
समय तो हर कार्य में लगता है।-
जिंदगी के पर्दे कई उठते रहेंगे।
नए किरदार आकर जिंदगी बदलते रहेंगे।
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ग़लत फहमियान बढ़ रही है
दिलों की दूरी भी बढ़ रही है।
न जाने कैसा समय ये आया
गुलों से नफ़रत टपक रही है
कितना सुंदर था बाग अपना
पलता था जहां हर एक सपना
हर रंग के यहां खिलते फूल थे,
सुहाना था कलियों का खिलना-
ग़लत फहमियान बढ़ रही है
दिलों की दूरी भी बढ़ रही है।
न जाने कैसा समय ये आया
गुलों से नफ़रत टपक रही है
कितना सुंदर था बाग अपना
पलता था जहां हर एक सपना
हर रंग के यहां खिलते फूल थे,
सुहाना था कलियों का खिलना-
कहना था तुमसे प्यार की बातें,लेकिन शायद डरता हूं
रूठ न जाना कहीं तुम मुझसे,मै तो तुम पर मारता हूं
मेरा दिल हर धड़कन में गीत तेरा ही गाता रहता है,
कभी तो खोलो प्यार की खिड़की,तुम्हे निहारा करता हूं
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जीवन की इस कश्ती को,किनारे तो लगाना है
न डूबे बीच में कश्ती,प्यार की पतवार चलाना है
लहरें जब भी आएंगी,नौका से टकराएंगी,
भले तूफान अा जाए,नौका आगे ही बढ़ाना है-
बड़ी अनमोल जिंदगी है,
इसे संभाल कर रखना।
जिंदगी के हर पल को,
तजुर्बे की कमान पे परखना।
चांदनी रात में भी कभी,
बेमौसम बरसात हो जाती है,
प्यार की गिरती हुए बारिश की,
हर एक बूंद का हिसाब रखना।-
अपनो का साथ रहे
दिल में खूब प्यार रहे
कलियों सी मुस्कान रहे
महकता घर बार रहे-
अपनो का साथ रहे
दिल में खूब प्यार रहे
कलियों सी मुस्कान रहे
महकता घर बार रहे-