"स्वरों की रानी,
आज से स्वर्ग की रहवासी हो गई,
छेड़ा जो स्वरों का साज,
तो स्वर्ग में भी महारानी हो गई।-
never before,
Hold me like you
love me the most,
Hold me like it's the end...-
I need to just go with thrive,
Yeah, there may be challenges,
However, you can always revive...-
" वह हर दिल है सोने का,
और है हीरे सी आत्मा,
इन मूक जीवो में जो देखे परमात्मा..."
--सुरभि--🙏
-
उन लम्हों को ,
जो आंसुओ से भरे है,
और जो तुमने दिए है,
रूठ कर खुद ही मान जाने की काबिलीयत
सब में नही होती,
ये वो खूबी है,
जो कतरा कतरा कर के आपको
अंदर ही समेट लेती है,
कभी वक्त मिले तो अंदर के तूफान को मसूस जरूर करना,
शायद अफसोस तुम्हे बक्श दे,
सिर्फ लिहाज मैं...-
"बड़े अदब से उठायेगा बुझे हुए दियो को,
इन्होंने आपकी पिछली रात रोशन की है,
दूसरो को जला के खुश होना तो आम है,
पर खुद को जला के दूसरो के दिल को रोशन,
करने का जज्बा और जज़्बात ही सबसे खास है..."
---सुरभि --
-
चंद जज्बातों के साथ,
भरे हैं जिंदगी मैं रंग हजार,
लिखा है जीवन रूपी पन्नो पर,
खुशनुमा लम्हे बेशुमार...
दुआ है बस भगवान से,
अहंकार न आए किसी भी उड़ान से,
सताए कितनी भी ऊंची क्यों न हो,
पैर रहे जमीन पर हर प्रकार से...
दर्द औरों का समझ सके,
हर तरह से महसूस कर सके,
इंसानियत न शर्मसार हो,
कर्म रूपी धन अर्जित कर सके...
दूसरो को नीचा दिखा कर,
खुद को न ऊंचा उठाए,
जो अपने से मिले,
वो आप ही ऊंचा बन जाए...
गमों पर न है रोक किसी की,
मुस्कुराहट बिखेर कुछ इस तरह से,
अपने संग वो,
सारे गम भूल जाए...
सुरभि त्रिपाठी-