जब प्रभु को देखने में आनंद का सुख मिले और उसके
भक्त की भक्ति देखने में सुकून तो परम आनंद मिलता है,
हूं मैं प्रभु के भक्त की दीवानी उसमें भी तो मेरे प्रभु का अंश है,
उसके हाथों में भी तो मेरे प्रभु की भक्ति की सुगंध है
उसकी आंखों में भी तो मेरे प्रभु के दर्शनों की स्मृति है
उसकी बातों में भी तो मेरे प्रभु की आवाज़ है उसके
विचारों में भी तो मेरे प्रभु साक्षात् विराजमान हैं
हां हूं मैं मेरे प्रभु के भक्त की दीवानी क्योंकि उसके
साथ ही मेरे पूरे जीवन का प्रभु के साथ साक्षात्कार है।।
🧿🙏🏻❤️
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