मुझे भी कोई सुनने वाला चाहिए,
आखिर कब तक पन्नों से पर बात करूंगा,,
कोई तो हो जिससे हसीं हो दिन,
कब तक यूं अपनी काली रात करूंगा,,
दिल के जज़्बात दिल में दफन हैं,
आखिर कब अपने अधूरे हिस्से से बात करूंगा,,
अकेले दीवारों से बात नहीं होती,
कोई तो हो जिससे बयां ये जज़्बात करूंगा,,
कोई था न है जिसकी बातें करता किसी से,
कोई शख्स तो हो जिसे मैं याद करूंगा,,
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क्यों हम किसी के लिए इस कदर मजबूर होते हैं,
कभी होते हैं अपने हम कभी खुद से दूर होते है,,
जिन्हें हम चाहते हैं वो खुद में मगरूर होते है,
उनके पत्थर दिल से हम शीशे से चकना चूर होते हैं,,
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ए दिल वो है मेरी ये वहम न पाल,
लगा दिल कहीं तू उसकी आदत न डाल,,
न हो उसके लिए बेचैन तू मुझे संभाल,
सच को देख न बुन उसकी यादों के जाल,,
ऐ दिल तेरा ही आसरा है मुझे अब,,
तड़पूंगा मारूंगा सिर दीवार में नोचूंगा बाल,,
तू उसके प्यार उसकी यादों से मुझे निकाल,,
एक दो दिन की बात नहीं मेरी जिंदगी का है सवाल,,-
सोचता हूं कभी कभी मैं,
दो टूटे दिल के लोग जुड़ते होंगे,,
चले थे अकेले कभी क्या फिर से,
उनके कदम किसी की ओर मुड़ते होंगे,,
जिस जगह पर खत्म किया किस्सा,
क्या उसी सिरे से फिर जुड़ते होंगे,,
एक बार दरख़्त से टूटे पत्ते क्या,
फिर से उसी डाली पर जुड़ते होंगे,,
क्या जो नफरत से हुए थे अलग,
क्या फिर से प्यार से लड़ते होंगे,,
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मैं वो तेरी आंख का था आंसू जो अब निकल गया,
रह नहीं सका तेरे मखमली दामन से फिसल गया,,
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अब वो मुझसे मिलने किसी बहाने नहीं आता,
कौन सही था कौन गलत ये बताने नहीं आता,,
इस कदर दूरियां बढ़ गई मेरा गलत होता देख,
दूर से ही देखता है मुझे समझाने नहीं आता,,
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मैंने उससे पूछा क्यों जा रहे हो रूठकर,
वो बोले क्या मोहोब्बत की थी मुझे पूछकर,,
दो दिलों के मसले अकेले ही हल कर बैठे,
जहमत भी न उठाई के सोचूं थोड़ा रुक कर,,
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एक पल में जो पलट जाए सो किस्मत,
हमारे हिसाब से कुछ हो वो उसकी रहमत,,
हर कोई होता नहीं अपनी किस्मत से सहमत,
ये अच्छी भी है नहीं भी इसके भरोसे रह मत,,
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उन बच्चों की मासूम सूरत देख हम पिघल गए,
जब बड़े हुए वो हमें बूढ़ा होता देख बदल गए,,
वो जब गिरते थे तो हमारे सहारे से ही संभल गए,
आज देख कर उनका रवैया हम अंदर से जल गए,,
एक हमारी ही आंख का थे वो तारा हम जो मचल गए,
इतने बड़े बच्चे हुए हमारा कद छोटा वो हमें कुचल गए,,
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मेरे हुए तो तुम इस तरह मुझे बता देना,
पलके मेरी और उठा कर फिर गिरा देना,,
जवाब में मुझे अल्फाजों की जरूरत नहीं,
हां जो करनी होगी तो बस मुस्कुरा देना,,-