तुझसे ही मेरा दिन...
तुझसे से ही मेरी रात है,
तुझसे ही शुरू होती...
मेरी हर एक शुरुआत है।
तुझसे ही मेरी दुनिया...
तुझसे ही मेरी सारी बात है,
माँ, अगर जो तू मेरे पास है...
मानो मेरी किस्मत मेरे साथ है।-
तैयार होने के लिए मेरे कमरे में
अभी कोई Dressing Table तो नही,
लेकिन, तैयारी करने के लिए
Study Table है। चलेगी क्या ?
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मंज़िल को पाने की चाहत में,
मैं खुद को खोता जा रहा हूँ !
करता जा रहा हूँ मेहनत दिन-रात,
और ख़ुद-ब-ख़ुद बेहतर होता जा रहा हूँ !!
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हुआ असफल कई जगह से तो क्या हुआ ?
मैं किस्मत हर बार आजमाऊंगा!
कर मेहनत की हद पार–हर बार मैं...
एक दिन जरूर सफल हो जाऊंगा!
रोऊंगा नहीं मैं अपनी असफलता पे,
हर बार खुद से–ख़ुद को ही सेहलाऊंगा!
लिए सपनों की ऊंची उड़ान मैं...
फिर नए सवेरे को निकल जाऊंगा!
गिरूंगा, टूटूंगा दस बार भले मैं...
लेकिन फिर मैदान में उतर जाऊंगा!
कर मेहनत की हद पार–हर बार मैं...
एक दिन जरूर सफल हो जाऊंगा!!✨-
आज फ़िर, कल की चाह में बीत गया,
कल फ़िर, परसों की चाह में बीत जायेगा !
बस चलते जा तू संघर्ष की राह पे...
देख फिर, तू इसी राह पे जीत जायेगा !!
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लड़ाई तो मेरी, मेरे खुदसे ही है...
हराना भी खुदके कल को है,
और जितना भी खुदसे ही है।-
तुम पर्याप्त समय लो,
किन्तु वो मुकाम हासिल करो...
जिसे देखकर लोग ये कहें कि,
उम्मीद नहीं थी लेकिन बंदे ने कर दिखाया।-
आज फ़िर, कल की चाह में बीत गया!
कल फ़िर, परसों की चाह में बीत जायेगा...
बस चलते जा तू संघर्ष की राह पे...
देख फिर, तू इसी राह पे जीत जायेगा!!-