हां मैं इंसान हूं
हाथ, पाव और विवेक है मुझमें
मैं अन्य से बलवान हूं,
सबको कहता बनो दानी
पर मैं दान करू
नही ऐसा मूर्ख इंसान हूं
हां मैं इंसान हूं,
" मिले कोई घायल अगर
करना उसका अवश्य मदद"
यह बोलकर बनता
मैं महान हूं, पर घायल को
मदद कर मुसीबत को
निमंत्रण दूँ नही ऐशा
मूर्ख इंसान हूं ,
हां मैं आदर्श इंसान हूं
धन की कमी नही मेरे पास
फिर भी धन पाने
के लिए, बनता मै शैतान हूं
हां मैं जनता का शेवक
और एक सम्मानित इंसान हूं।-
पिता के बिना जिंदगी वीरान है,
सफर तन्हा और राह सुनसान है।
पिता जमीं और पिता ही आसमान है
पिता है तो बाईक चलाने का सपना होता साकार है
पिता है तो घर मैं हमेशा होता अनाज है
पिता है तो मां के चहरे पर होता मुस्कान है
पिता ही मेरा रोटी, कपड़ा और मकान है।-
बन जाना तुम कोरा कागज़
मैं स्याही बन जाऊंगा
प्रीत के रंगों से मैं अपने
इश्क - ए - अयोध्या लिख जाऊंगा।-
हज़ारों का है कहना , नहीं मुझे किसी के दिल मै रहना
पर दिल तो सबका मचलता है आज नहीं तो कल
सबको किसी ना किसी के लिए जीना है
जीवन संगती का रंग सब पर चड़ता है
कभी ना कभी सबका दिल किसी ना किसी
जीवन साथी के लिए धड़कता है पर
प्यार तो वहीं होता है जो;
जीवन भर उसके साथ रहता है
हर सुख_दुख उसका साथ देता है
मगर जरूरी नहीं कि हमेशा साथ दिया जाए
कभी कभी प्यार को भी अलग करना पड़ता है
प्यार होते हुवे भी दुश्मन सा व्यहार करना पड़ता है|-
बदल गया अब युग ज़माना
अच्छा लगे या ना लगे
फोटो देखकर मेरा तुम;
👍लाइक का बटन दबाना
भले झूठा हो तारीफ मेरा; '2'
पर comment box कमेंट बॉक्स में
थोड़ा सा तारीफ कर जाना,
फिर हम भी दोस्ती निभाएंगे
झूठा 👍लाइक झूठा comment कमेंट कर के
तुम्हारा झूठा तारीफ कर जाएंगे,
ऐसा कर के Mordenमॉडर्न जमाने में
इक दुसरे का glamour ग्लैमर बनेंगे;
असल जिंदगी में बन जाए ज़ीरो
पर बनाना हमें social mediaसोशल मीडिया में हीरो,
अगर घर पर खाऊं में बासी चावल को बनाकर खीर
सोशल मीडिया पर दिखाना मुझे खाया है मैंने #शाही #पनीर।
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दिल में लगी मकड़ी की जाली वाली क्यों है
किसी को दिल में बसाना भी है या,
नहीं बसाने की कसम-वसम खा'ली है,
तुमको ही दिल में बसा लेते मगर,
भैया की शाली भी हमारे लिए बैठी, खाली है
देख रहा हूं उड़ी हुई, तुम्हारी होठों की लाली है
घर पर बैठी हो, दिन
तुम्हारा ख़ाली ख़ाली क्यों है
अब हमें भी बता दो,
दिल तुम्हारा ख़ाली ख़ाली क्यों है?
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मंजिल पाने के लिए
मेहनत और बुद्धि दोनों
का संगम होना अति
आवश्यक है-
लक्ष्य पाने के लिए
सिर्फ मेहनत करना
उपयुक्त नहीं होता,
कुछ दिमाग का भी इस्तेमाल
करना पड़ता है-