Suraj Kumar Pandey   (Sur@j pandey.... ✍️✍️)
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Joined 8 May 2019


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8 OCT 2023 AT 0:04

ख्वाब, ख्वाहिशें, और खयाल सब वक्त के साथ बदलता है
इंसान हैं ही क्या चीज जो हर ठोकर के बाद संभालता है
कभी कभी खुद से ही मुकरकर हमें दूर जाना पड़ता है
ना उम्मीदी के सवाल पर दूसरा हाथ भी थामना पड़ता है

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26 OCT 2022 AT 20:54

मेरी दुनियाँ में कोई चीज़ ठिकाने पे नहीं
बस उसे देख कर लगता है के सब अच्छा है

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17 OCT 2022 AT 22:43

हम में उम्मीदें , उम्मीदों में हम.....

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27 SEP 2022 AT 17:03

जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है।
अंधेरे के बाद ही सुबह आती है।

माना मिले बहुत गम है,
माना बहुत कुछ कम है,
हार के बाद ही जीत समझ आती है।
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है।।

माना दिल टूटा है,
माना किसी का साथ छूटा है,
टूटे अल्फ़ाज ही तो संगीत बनाती है,
अंधेरे के बाद ही सुबह आती है।

माना कुछ अपने पराये हुए,
माना कुछ पराये अपने हुए,
अब तो वक़्त रिश्ते बनाती है।
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है।।

माना अपनों से कुछ गीले हैं,
परायों से तो या भी न मिलें है,
जिंदगी ही जीना सिखाती है,
अंधेरे के बाद ही सुबह आती है।।

माना मुश्किल हालात हैं,
दर्द भरे जज़बात हैं,
वक़्त वक़्त की बात है
तनहाई ही महफ़िल सजाती है।
अंधेरे के बाद ही सुबह आती है।

जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है।
अंधेरे के बाद ही सुबह आती है।।

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16 AUG 2022 AT 10:49

आंखे पढ़ने लगा हूं अब मैं, तुम्हारी खामोशी भी मंजूर है
बिन कहे बात समझने लगा हूं, तो बात बात की भी क्या बात है
चुप्पी में छुपाए ख्यालों को आंखों से बयां जो कर देती हो
और फिर भी तुम कहती हो कि मैं बातें बहुत कम करती हूं....

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25 JUL 2022 AT 13:44

तेरे बगैर ही अच्छे थे हम क्या मुसीबत है
ये कैसा प्यार है हर दिन जताना पड़ता है

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4 JUL 2022 AT 23:04

मोहब्बत रंग दे जाती है
जब दिल दिल से मिलता है
मगर मुश्किल तो ये है कि
दिल बड़ी मुश्किल से मिलता है

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26 JUN 2022 AT 9:25

तू मोहब्बत नहीं समझती है
हम भी अपनी अना में जलते हैं
इस दफा बंदिशें ज्यादा हैं
छोड़ अगले जनम में मिलते हैं....

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21 JUN 2022 AT 22:32

Ab baat nahi hoti
Mulakat nahi hoti
Din to kat jata hai
Par raat nahi hoti..

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11 MAY 2022 AT 22:52

कितना भी दबा लूं
ख्वाहिशें उठ ही जाती है
ये कमबख्त रात होते ही
तुम्हारी याद आ ही जाती है

दिन की थकान, उलझनें सारी
इस पल में समेट लेता हूं
फिकर नहीं रहती सोने की अब
तुममें जैसे ही मैं खो जाता हूं....

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