सहम सी गयी है ख्वाहिशें,
जरूरतों ने शायद उन से ऊँची आवाज़ में बात की होगी !-
Suraj Kumar
(Suraj Kumar (poetry_19))
274 Followers · 184 Following
कल हो न हो... आज तो अपना है
कर लो पूरा... जो भी सपना है
कर लो पूरा... जो भी सपना है
Joined 13 August 2019
21 AUG 2021 AT 23:59
21 AUG 2021 AT 23:50
न कोई रास्ता है, न कोई मज़िल है, न कोई ठिकाना है,
न जाने इस शरीर की आत्मा कहाँ भटक चुकी है!-
21 AUG 2021 AT 22:59
खोना तेरा लाज़िमी था, मैंने इस सफर में हाथ जो छोडा तेरा,
रोना तेरा लाज़िमी था, यह सफर आख़िरी जो था मेरा...-
21 AUG 2021 AT 10:04
ऐसे तुम मिले हो, ऐसे तुम मिले हो
जैसे मिल रही हो, इत्र से हवा
क़ाफ़िराना सा है
इश्क है या, क्या है-
30 AUG 2019 AT 13:35
मैं दिल्ली से हूँ पर... मैं दिलवाला नहीं
मैं लखनऊ से हूँ पर... मैं मुस्कुराता नही-
30 AUG 2019 AT 13:31
मेरी जिंदगी मेरी मुसीबते, मैं अकेला ही काफी हूँ
मेरी मंजिल मेरे रास्ते, मैं अकेला ही काफी हूँ-
30 AUG 2019 AT 13:26
ना समुद्र तेरा है, ना समुद्र मेरा है
ये खूबसूरत समुद्र किसी का ना हो सके, इसलिए इतना गहरा है-
20 AUG 2019 AT 19:40
वो थी बनारस की ट्रेन... मैं था दिल्ली का मुसाफिर
बनारस की ट्रेन इतनी पसंद आई... चढ़ गया उसीपर-
20 AUG 2019 AT 19:04
ऐ जिंदगी एक सुखा पेड़ बन गया हूँ मैं
ना पत्ते ना फल फिर भी गिरता नही हूँ मैं-