मैं खत्म हो गया हूँ उनके जाने के बाद
लोग कहा करते थे मैं उनकी परछाईं हूँ.-
बढ़ती उम्र की ख़ास बात ये है,
की धुंधली आंखें भी लोगो को परख लेती है।-
तुम्हारे हौसले इन मुश्किलों से कम नहीं।
तुम्हारे पांव इन कांटों से नर्म नहीं।
तुम्हारे मेहनत से ये लकीरें ना बदले इनमे इतना दम नहीं।-
यूं तो हर वकील दोस्त नहीं होते,
मगर वकालत तो हमेशा असली दोस्त ही करते है।-
यूं तो हर वकील दोस्त नहीं होते,
मगर वकालत तो हमेशा असली दोस्त ही करते है।-
दोस्ती तो कुछ खास से है
दोस्त तो कई है,
मगर मज़ा तो दोस्ती निभा के है।
जीत तो बहुत मिली है ,
मगर मज़ा तो दोस्तो से हार के है।
मार तो बहुत खाई है,
मगर मज़ा तो दोस्तो की मार में है।
सजा तो बहुत पाई है,
मगर मज़ा तो दोस्तो के साथ सजा काट के है।
टिफिन तो बहुत खाई है,
मगर मज़ा तो दोस्तो की टिफिन खा के है।
परीक्षाएं तो बहुत दी है,
मगर मज़ा तो दोस्तो की कॉपी में झांक के है।
यूं तो दोस्त कई मिले राह में,
मगर दोस्ती तो बस कुछ खास से है।-
हम हर गलत चीजें सुधार नहीं सकते,
क्योंकि कुछ चीजें फर्क बताने के लिए होती है।-