3 NOV 2018 AT 0:52

ख़्वाब टूटे औऱ रातें रूठी,
दरमियां वो खूबसूरत जस्बातें छूटी,
बेज़ान इश्क़ की क़समें सारी,
झूठे वादे, मुलाकातें झूठी...

- Baarish