टूट कर प्यार करने की सजा हैं ये
आंख में आंसू , चेहरे पर मुस्कान रखने की अदा हैं ये
वो लौट कर आते हैं ऐसे समा हो मोहब्बत का ....
जाने से पहले जिस्म का हर तार नोच जाते हैं ये ...
टूट कर प्यार करने की सजा हैं ये ...
गुस्से में हैवान बसे और प्यार में भगवान....
चोट ये गहरी दे जाते हैं ....
कभी मन पर मरहम लगाया तो कभी तन के घावों को सिला...
बस सिला सिला एक साल से शुरू होकर हर दिन पर आ गिरा....
कभी गैरो से छिपाया तो कभी खुदसे....
बहानों के गर्त खुदको ही फंसाया....
टूट कर प्यार करने की सजा हैं ये...
पापा की परियां .... मां की राजकुमारी
भाई की लाड़ली....
नाजों से पाला था मायके ने जिसको ...
सिर ताज बनाकर सजाया था जिसको ....
पैरों की उतरन बन बैठी हैं फिर भी सज धज के अपनों के लिए खड़ी हैं ....
गमों के घुट पिए जिंदा लाश बनी पड़ी हैं ..
मुस्कुराकर जिंदगी के आखिरी पलों को कोस रही हैं ...
दूर खड़ी सहमी सी ... अपने दर्द भरे लम्हों पर सीवन चढ़ा रही हैं ....
टूट कर प्यार करने की सजा भुगत रही हैं ....||
शरीर पर जख्म.... और हंसी चेहरे पर लिए खड़ी हैं ....
दुनियां से पीर छिपाए जिंदा लाश बनी पड़ी हैं ...।।-
तुमसे अहबाब तो यादें है तुम्हारी..
तुमने तो एक पल में छोड़ दिया....
ता-उम्र रगबत तो वो ही दिखायेंगी...!!
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गुज़ारिश थी उस शक्श से मेरी...
एक आरजू थी उस अक्श से मेरी...
ज्यादा कुछ मांगा नहीं था.
बस थोड़ा सा वक्त दो दो....
जो सिर्फ मेरा हो ...!!!!-
ना देख सके जी भर कर .....
ना बातें की मन भर कर ....
बड़ी आरजू थी मुलाकात की !!💔🥺-
गुलज़ार....
दर्द तो बर्दाश्त से ज्यादा मिलना लाजमी था
मोहब्बत भी तो तुम्हीं ने औकात से ज्यादा की थी !!-
अब गुज़ारिश है उस रब से......
ऐसी मुलाकात हो मेरी उससे....
वो लिपटकर रोये मुझसे.....
और मैं "खामोश" हो जाऊँ!!-
कभी- कभी ख्याल आता है..
जख्म तो मुकद्दर को भी आये होगें
मरहम तो उसको भी लगा दूँ।।
चोट तो उसको भी आई होगी...
मेरी हसीन ख्याबों को तोड़ते हुए !!-
काश......
ये ज़िंदगी कुछ और होती...
फासले इतने ज्यादा भी नहीं होते..
अगर ये फैसले बहुत पहले लिए होते !!!-
तुमसे प्यार कहो ...
या तुम्हारा इंतज़ार...
पूरे दिन ..
एक टक नज़र रहती हैं
Mobile के notification पर 🥺🥺
किसी भी पल तुम मुझे याद कर सकते हो ...
लेकिन 💔💔
हर बार नजरे झूख जाती हैं 😔
और उम्मीदें टूट जाती हैं 💔-
किसी ने पूछा हैं मूझसे.....
किसने दिल दुखाया हैं तुम्हारा ??🙁
मैंने उत्तर दिया ....
" मेरी उम्मीदें"-