ਤੇਰੇ ਬਿਨਾਂ ਰਹਿਣ ਤੋਂ ਵੱਡਾ, ਕੋਇ ਡਰ ਨਹੀਂ ਹੌਣਾ
ਤੂੰ ਛੱਡ ਕੇ ਨਾ ਜਾਵੀਂ ਮਾਏ, ਮੈਥੋਂ ਜਰ ਨਹੀਂ ਹੌਣਾ
Whenever i don't c you, its a big afraid for me
Don't go far from me , i will never face it MOM-
By born : punjabi
By heart : writter
By life : married
I am writing for expre... read more
कुछ परिंदे आज आस्माँ में उडते देखे
बारिश की बूंदों में, सितारे गिरते देखे
देखी आज हवा में वो महक गीली सी
साहिल से समंदर के किनारे हिलते देखे
क्या खूबसूरत मंजर था आज सुबह का
ताजा-2 फूलों के गलियारे खिलते देखे
आज धूप में भी अब उतनी तपश न थी
आज अपने सायें फिर से मिलते देखे
जो कहीं गुम हौ गये थे, धुंये की राख में
आज रात चांद और तारे भी चलते देखे
वाह खुदा!क्या सबक सिखाया इंसाँ कौ
आज दौ हिरण, बागान में टहलते देखे
Written by sunny k saini-
परिन्दें अपने बच्चों कौ घोसले नही बना कर देते
वो तो उनको बस, उड़ने का हूनर सीखते हैं-
खयाल आजाद हौ रहे है मेरे' कुछ यूँ
जैसे जिस्म से रूह आजाद हौ रही हौ
धडकने भी जैसे रुक के चल रही है
सांसे भी जैसे मानो बर्बाद हौ रही हौ-
पलको पर अश्को की बुंदे सजाए बेठे हैं
शायद कोई याद दिल मे दबायें बेठे हैं-
घर जाकर जब बच्चे को खिलौना दिखाया होगा
खुद खिलौना बनकर, बाप ने जो कमाया होगा-
अगर फाड दिया जाए, वो पहचान का कागज़!
तो शायद दुनिया में ! इंसान सिर्फ इंसान होता-
यहाँ बिकता है सबकुछ जरा संभलकर रहना
लोग हवाओ को भी बेच देते हैं गुब्बारों में डालकर-