उसे ही मालूम है कि उसने कैसे ये रात गुजारी है बहुत बेचारी है जिसने तुम्हारे इंतज़ार में ये रात गुजारी है बहुत रो लिया उसने तुम्हारे लिए लेकिन अब जनाब बारी तुम्हारी है
आज तो पक्का तुम्हें दिल की बात सुनानी है बस तुम साथ बैठो मेरे कुछ पल बहुत शोटी सी मेरी कहानी है बेहद प्यार है तुमसे बस इतनी सी बात तुम्हें बतानी है तू मेरे दिल में बस गई है ये बात कुछ दिनों से मैने जानी है मै कोई राजा तो नहीं लेकिन तू मेरे दिल की रानी है कोई टाइम पास वाला नहीं है मेरा प्यार घर में अपने बहू बनकर लानी है
अकेलापन हंसाता है अकेलापन रुलाता है अकेलापन तो बहुत कुछ सिखाता है अकेलापन खुद को खुद की एहमियत समझाता है अकेलापन औरो से दूर लेकिन खुद को खुद के करीब लाता है
एक दिन मैं भी किसी फूल की तरह खिल जाऊंगा ढूंढ़ने से तो भगवान भी मिल जाते हैं मैं तो फिर भी इंसान हूं , मिल जाऊंगा साथ रखोगे तो आपकी ज़िदंगी मेहका दूंगा लेकिन तोड़ोगे अगर मुझे तो चुभ भी जाऊंगा