इधर उधर से
रोज़ ना तोड़िए हमें,
अगर घटिया हैं
तो छोड़िए हमें....-
sunita v2
(सुनिता)
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expressing emotions 🥀
Joined 12 August 2020
30 APR 2022 AT 0:04
जिनका भरोसा ऊपरवाले पर होता है,
वो नीचे वालों की बातों पर दिल छोटा नहीं करते !!!!
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12 APR 2022 AT 10:11
बेटियां मां की परछाई होती हैं !!!
मां के रहन सहन , तौर तरीके,
परवरिश और संस्कार
का आईना होती हैं !!!-
7 APR 2022 AT 15:04
क्यों कहूं,
की मेरे बस का नहीं था अंगूर खाना...
खट्टे हैं कह कर टाल ना दूं..
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26 FEB 2022 AT 20:57
अपने आत्मसम्मान की
बात आती है,
तो किसी भी परिस्थिति
में झुकना नहीं चाहिए...
मूर्खो को स्वाभिमान और अभिमान
के बीच अंतर समझाना व्यर्थ है..-
21 FEB 2022 AT 19:15
रिश्तेदारों को कोई कैसे समझाए,
की पहले अपनी बर्बाद औलादों
पर ध्यान दे...
फिर किसी और को कोई
ज्ञान दे ...-
21 FEB 2022 AT 19:08
चूड़ी, बिंदी,
झुमके सब फिजूल हैं...
स्वाभिमान हर
श्रृंगार की पहली कड़ी है....-
18 DEC 2021 AT 16:10
छोड़ कर चले जाने वाले
के बारे में सोचना,
हाथ पकड़ कर
साथ निभाने वाले की
बेइज्जती है ♥️-