यार रूकना थोड़ी दूर चलना बाकी है साथ तेरे यह रास्ता भी हो जाएगा आसान तूफानों में भी इतना दम नहीं कि खौफ़ हमको दिखा जाए लोगों में भी इतना बल नहीं कि मनोबल हमारा गिरा जाए हमसे हमारी हिम्मत है एक दूजे का आत्मविश्वास बिजली ने भी शोर मचाया मन का बल भारी है आत्म मंथन ही जीवन का सार है हाथ यूं ही थामे रखना दूर चलना बाकी है।।।
बढ़ती हुई उम्र की दहलीज़ का खौफ़..... मन के कोने में एक भय का खौफ़ अपने आप को हमेशा चौकन्ना रखना हमेशा अपने को अपनों में घिरा रखना बढ़ती उम्र की दहलीज़ का खौफ़...... सबको होता है न जाने किस घड़ी किस चीज की जरूरत पड़ जाए बार-बार अपनी छड़ी पर हाथ फेरना टॉर्च में सेंल है कि नहीं है फोन की बैटरी चार्ज है पता नहीं कब जरुरत पड़ जाए किसको फोन लगाने की बढ़ती हुई उम्र की दहलीज़ का खौफ़..... कमरे में कोई अचानक से आ जाए थोड़ा सहम सा जाना नहीं मैं तो अपना सब सामान चेक कर रहा था सब करीना से है कि नहीं कब मुझे क्या जरूरत पड़ जाए बस में चेक कर रहा था बढ़ती हुई उम्र की दहलीज़ का खौफ़ ..... .......मैं हूंँ ना पापा एक तसल्ली भरा शब्द।।।। w